प्रसिद्ध मनुष्य, ४. सम्मान चिह्न, प्रतिष्ठा का चिह्न
2.
पैतृक प्रतिष्ठा का चिह्न यदि कुछ शेष था तो वह
3.
तब कुछ खास कविता को रख पाना सामाजिक प्रतिष्ठा का चिह्न माना जाता।
4.
पशु का मालिक होना प्रतिष्ठा का चिह्न माना जाता है, और इसमें भी मनुष्य उनके प्रति जो भावनाएँ रखते हैं उनपर ज्यादा जोर दिया जाता है।
5.
पशु का मालिक होना प्रतिष्ठा का चिह्न माना जाता है, और इसमें भी मनुष्य उनके प्रति जो भावनाएँ रखते हैं उनपर ज्यादा जोर दिया जाता है।
6.
पैतृक प्रतिष्ठा का चिह्न यदि कुछ शेष था तो वह पुरानी चिट्ठी-पत्रियों का ढेर तथा हुंडियों का पुलिंदा जिनकी स्याही भी उनके मंद भाग्य की भाँति फीकी पड़ गयी थी।